क़ुरान शरीफ की हर आयत में शिफा व रहमत हैं, मोमिनो को चाहिए की इस से फैज़ हासिल करे। बहरहाल बिस्मिल्लाह शरीफ पढ़ने,किसी पर दम करने के क्या फायदे हैं उसके बारे में बात करते हैं।
1.जब कोई परेशानी या मुश्किल का सामना हो तो बिस्मिल्लाह शरीफ को वज़ू कर के 786 मर्तबा सात दिन तक लगातार पढ़े अल्लाह ने चाहा तो जल्द ही परेशानी दूर हो जाएगी।
2.बिस्मिल्लाह शरीफ किसी कागज़ पर 101 बार लिख कर खेत दुकान या कारखाने में इत्र लगा कर अदब की जगह रख कर दफ़न कर देने से खेत हरा भरा पैदावार ज़्यादा और दुकान व कारखाने में बरकत होगी।
3.अगर किसी के सर में दर्द रहता हो और इलाज से भी कोई फ़ायदा न होता हो तो किसी भी दिन सूरज निकलने से पहले फज़र की नमाज़ के बाद अर्क गुलाब पर बिमिलल्लाह शरीफ 330 मर्तबा पढ़कर दम कर के 3 दिन तक लगातार ऐसा करने से दर्द जाता रहेगा।(इंशा अल्लाह)
4.अगर किसी पर जादू कर दिया गया हो तो 7 दिन तक रोज़ाना असर की नमाज़ के बाद 100 मर्तबा बिस्मिल्लाह पढ़ कर दम किया जाये इंशा अल्लाह जादू का असर ख़त्म हो जायेगा।
5.अगर किसी पर जिन्नात का असर हो तो सफ़ेद कागज़ पर गुलाब व ज़ाफ़रान से 35 मर्तबा बिस्मिल्लाह लिख कर काले रंग के कपड़े में लपेट कर हाथ में लटका दिया जाये तो इसकी बरकत से इंशाअल्लाह जिन्नात भाग जायेंगे।
6.अगर कोई किसी पर आशिक हो गया और उस इश्क़ से घर वालो की इज़्ज़त दांव पर लगी हो अगर घर वाले उसके इश्क़ को ख़त्म करना चाहते हो तो एक मिट्टी के लोटे(बर्तन) में पानी भर कर उस पर 900 बार बिस्मिल्लाह शरीफ पढ़कर फूँक दे और आशिक़ को यह पानी 21 दिन तक लगातार पीला दे तो इंशाल्लाह शिकायत खत्म हो जाएगी रोज़ाना एक बार पिलाना काफी हैं।
7.अगर कोई मिर्गी का मरीज़ हो तो उसके दाएं कान में 40 मर्तबा और बाएं कान में 20 मर्तबा बिस्मिलाह शरीफ पढ़ कर दम करे इंशाल्लाह मिर्गी से छुटकारा मिल जायेगा।
8.मियां बीवी के नामों के साथ वालिदा के नाम के अदद की तादाद के मुताबिक बिस्मिल्लाह पढ़कर पानी पर दम करके मियां बीवी दोनों को पिलाये तो दोनों में गहरी मुहब्बत हो जाएगी।
1.जब कोई परेशानी या मुश्किल का सामना हो तो बिस्मिल्लाह शरीफ को वज़ू कर के 786 मर्तबा सात दिन तक लगातार पढ़े अल्लाह ने चाहा तो जल्द ही परेशानी दूर हो जाएगी।
2.बिस्मिल्लाह शरीफ किसी कागज़ पर 101 बार लिख कर खेत दुकान या कारखाने में इत्र लगा कर अदब की जगह रख कर दफ़न कर देने से खेत हरा भरा पैदावार ज़्यादा और दुकान व कारखाने में बरकत होगी।
3.अगर किसी के सर में दर्द रहता हो और इलाज से भी कोई फ़ायदा न होता हो तो किसी भी दिन सूरज निकलने से पहले फज़र की नमाज़ के बाद अर्क गुलाब पर बिमिलल्लाह शरीफ 330 मर्तबा पढ़कर दम कर के 3 दिन तक लगातार ऐसा करने से दर्द जाता रहेगा।(इंशा अल्लाह)
4.अगर किसी पर जादू कर दिया गया हो तो 7 दिन तक रोज़ाना असर की नमाज़ के बाद 100 मर्तबा बिस्मिल्लाह पढ़ कर दम किया जाये इंशा अल्लाह जादू का असर ख़त्म हो जायेगा।
5.अगर किसी पर जिन्नात का असर हो तो सफ़ेद कागज़ पर गुलाब व ज़ाफ़रान से 35 मर्तबा बिस्मिल्लाह लिख कर काले रंग के कपड़े में लपेट कर हाथ में लटका दिया जाये तो इसकी बरकत से इंशाअल्लाह जिन्नात भाग जायेंगे।
6.अगर कोई किसी पर आशिक हो गया और उस इश्क़ से घर वालो की इज़्ज़त दांव पर लगी हो अगर घर वाले उसके इश्क़ को ख़त्म करना चाहते हो तो एक मिट्टी के लोटे(बर्तन) में पानी भर कर उस पर 900 बार बिस्मिल्लाह शरीफ पढ़कर फूँक दे और आशिक़ को यह पानी 21 दिन तक लगातार पीला दे तो इंशाल्लाह शिकायत खत्म हो जाएगी रोज़ाना एक बार पिलाना काफी हैं।
7.अगर कोई मिर्गी का मरीज़ हो तो उसके दाएं कान में 40 मर्तबा और बाएं कान में 20 मर्तबा बिस्मिलाह शरीफ पढ़ कर दम करे इंशाल्लाह मिर्गी से छुटकारा मिल जायेगा।
8.मियां बीवी के नामों के साथ वालिदा के नाम के अदद की तादाद के मुताबिक बिस्मिल्लाह पढ़कर पानी पर दम करके मियां बीवी दोनों को पिलाये तो दोनों में गहरी मुहब्बत हो जाएगी।
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